Friday, February 22, 2008

सूरहः की बरकत

आप (सल.) ने फ़रमाया कि कुल होवल्लाह शरीफ़ एक बार पढ.ने से तिहाई कुरान शरीफ़ पढ.ने का सवाब मिलता है तीन बार पढ.ने से एक कुरान शरीफ़ का सवाब मिलता है.

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